Abstract
डिजिटल मीडिया का युवाओं पर प्रभाव: एक समाजशास्त्रीय अध्ययन
Author : डॉ अजय कुमार शुक्ला
Abstract
आज के दौर में डिजिटल मीडिया युवाओं के जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। यह केवल मनोरंजन का साधन नहीं रह गया, बल्कि शिक्षा, सामाजिक जुड़ाव, आर्थिक अवसरों और राजनीतिक समझ विकसित करने का भी सशक्त माध्यम बन गया है। समाजशास्त्रीय परिप्रेक्ष्य से देखा जाए तो डिजिटल मीडिया ने युवाओं की जीवनशैली, सोचने के ढंग और सामाजिक रिश्तों पर गहरा असर डाला है। अध्ययन से स्पष्ट होता है कि डिजिटल मीडिया ने युवाओं को तेज़ और सरल तरीके से जानकारी उपलब्ध कराई है, जिससे उनके ज्ञान और वैश्विक दृष्टिकोण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म, ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल पुस्तकालयों ने शिक्षा को अधिक सुविधाजनक और लचीला बनाया है। इसके अतिरिक्त, यह युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के नए अवसर भी प्रदान कर रहा है। सामाजिक दृष्टि से डिजिटल मीडिया ने युवाओं को नए प्रकार के नेटवर्क और समुदायों से जोड़ा है, जिसने उनकी पहचान निर्माण और सामाजिक सहभागिता की प्रक्रिया को प्रभावित किया है। यह प्लेटफ़ॉर्म आत्म-अभिव्यक्ति, संवाद और सामाजिक सक्रियता का नया मार्ग प्रस्तुत करता है। लेकिन इसके दुष्परिणाम भी सामने आए हैं—अत्यधिक डिजिटल निर्भरता से मानसिक तनाव, सामाजिक दूरी, फेक न्यूज़ और आभासी व वास्तविक जीवन के बीच असंतुलन जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं। कुल मिलाकर, डिजिटल मीडिया का युवाओं पर प्रभाव द्वि-आयामी है। एक ओर यह शिक्षा, रोजगार और सामाजिक जागरूकता में सहायक है, वहीं दूसरी ओर अति-उपयोग मानसिक स्वास्थ्य और वास्तविक सामाजिक संबंधों के लिए चुनौती बन सकता है। इसलिए आवश्यक है कि डिजिटल मीडिया के प्रयोग में विवेक, संतुलन और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया जाए, ताकि युवा इसकी संभावनाओं का सही उपयोग करते हुए इसके नकारात्मक प्रभावों से बच सके।
