Abstract

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माध्यमिक स्तर की विज्ञान की पाठ्यपुस्तक का अग्रिम व्यवस्थापक प्रतिमान के संदर्भ में विषय-वस्तु विश्लेषण

Author : डाॅ. अमृता कात्यायनी एवं नूतन सुकन्या

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विज्ञान में क्रियाओं तथा अभ्यास कार्य पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है, जिससे कि ज्ञान अधिक स्थायी हो सके। विज्ञान शिक्षण से बालकों की जिज्ञासा, रचनात्मक प्रवृतियों, आत्मसंतुष्टि, आत्म-प्रकाशन आदि मानसिक भावनाओं की तुष्टि व तृप्ति होती है। अग्रिम व्यवस्थापक प्रतिमान द्वारा विद्यार्थियों को तथ्यों का ज्ञान तथा आवश्यक सूचनाएं दी जाती हैं। इनमें समस्या का समाधान एवं प्रत्ययों का बोध, उद्दीपन एवं प्रभावपूर्ण वातावरण का निर्माण करके दिया जाता है। यह प्रतिमान विशेष रूप से विज्ञान विषय में विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमताओं को विकसित करने हेतु अधिक लाभप्रद सिद्ध हो सकता है इस कारण माध्यमिक स्तर की विज्ञान की पाठ्îपुस्तक का विषय-वस्तु विश्लेषण अग्रिम व्यवस्थापक प्रतिमान के संदर्भ में किया गया। प्रस्तुत शोध आलेख में माध्यमिक स्तर की विज्ञान की पाठ्यपुस्तक में अग्रिम व्यवस्थापक प्रतिमान कितना परिलक्षित है, इस शोध प्रश्न का उत्तर जानने का प्रयास किया गया है। प्रस्तुत शोध में विषय-वस्तु विश्लेषण विधि प्रयोग किया गया। शोध के परिणाम से ज्ञात होता है कि विज्ञान की एन.सी.ई.आर.टी. की कक्षा 9वीं की विज्ञान की पाठ्यपुस्तक में जीवविज्ञान के अध्यायों में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से अग्रिम व्यवस्थापक प्रतिमान को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है।